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💎⚜ह़सनैन करीमैन की शानो अज़्मत⚜💎
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➡नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم को अहले बैत में सबसे अ़ज़ीज़ और मह़बूब ह़सनैन करीमैन थे, आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم कभी दोनों शहज़ादों को अपने कन्धों पर सुवार कर लिया करते, हत्ता कि नमाज़ में सज्दे की ह़ालत में दोनों पुश्ते अत़्हर पर सुवार होते तो आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم सज्दा तवील (लम्बा) कर दिया करते और जब सज्दे से सरे अक़्दस उठाते तो उन्हें आराम से ज़मीन पर बिठा देते! ══════════════════════════
➡ह़ज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरा رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه से रिवायत हैं कि:
🌺एक रोज़ हम मदीने के ताजदार صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم के हमराह नमाज़े इशा अदा कर रहे थे, सरकार صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم जब सज्दे में गए तो इमामे ह़सन और इमामे ह़ुसैन رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔهُمَا नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم की पुश्ते मुबारक पर सुवार हो गए, आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ने सज्दे से सर उठाया तो उनको नर्मी से पकड़कर ज़मीन पर बिठा दिया, फिर जब आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم दोबारा सज्दे में गए तो इमामे ह़सन और इमामे ह़ुसैन رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔهُمَا ने दोबारा ऐसे ही किया, ह़त्ता कि आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ने नमाज़ मुकम्मल फ़रमा ली और इन दोनों को अपनी रानों पर बिठा लिया!
*📗(मुस्नद अह़मद, मुस्नद अबू हुरैरा, 3/592, ह़दीस-10664)*
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➡इसी त़रह़ बचपन में एक बार ख़ुत़्बे के दौरान दोनों शहज़ादे मस्जिद में तशरीफ़ लाए तो नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ख़ुत़्बा छोड़ कर उनके पास गए और उन्हे उठा कर अपने सामने बिठा लिया!
📘(तिरमिज़ी, जिल्द-5, सफ़ह़ा-429, ह़दीस-3799)
💎⚜ह़सनैन करीमैन की शानो अज़्मत⚜💎
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➡नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم को अहले बैत में सबसे अ़ज़ीज़ और मह़बूब ह़सनैन करीमैन थे, आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم कभी दोनों शहज़ादों को अपने कन्धों पर सुवार कर लिया करते, हत्ता कि नमाज़ में सज्दे की ह़ालत में दोनों पुश्ते अत़्हर पर सुवार होते तो आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم सज्दा तवील (लम्बा) कर दिया करते और जब सज्दे से सरे अक़्दस उठाते तो उन्हें आराम से ज़मीन पर बिठा देते! ══════════════════════════
➡ह़ज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरा رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه से रिवायत हैं कि:
🌺एक रोज़ हम मदीने के ताजदार صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم के हमराह नमाज़े इशा अदा कर रहे थे, सरकार صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم जब सज्दे में गए तो इमामे ह़सन और इमामे ह़ुसैन رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔهُمَا नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم की पुश्ते मुबारक पर सुवार हो गए, आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ने सज्दे से सर उठाया तो उनको नर्मी से पकड़कर ज़मीन पर बिठा दिया, फिर जब आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم दोबारा सज्दे में गए तो इमामे ह़सन और इमामे ह़ुसैन رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔهُمَا ने दोबारा ऐसे ही किया, ह़त्ता कि आप صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ने नमाज़ मुकम्मल फ़रमा ली और इन दोनों को अपनी रानों पर बिठा लिया!
*📗(मुस्नद अह़मद, मुस्नद अबू हुरैरा, 3/592, ह़दीस-10664)*
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➡इसी त़रह़ बचपन में एक बार ख़ुत़्बे के दौरान दोनों शहज़ादे मस्जिद में तशरीफ़ लाए तो नबिय्ये करीम صَلَّى اللّٰهُ تَعَالٰى عَلَئهِ وَ اٰلِهٖ وَسَلَّم ख़ुत़्बा छोड़ कर उनके पास गए और उन्हे उठा कर अपने सामने बिठा लिया!
📘(तिरमिज़ी, जिल्द-5, सफ़ह़ा-429, ह़दीस-3799)
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