📚👉तफ़सीरे अशरफ़ी का पैग़ाम👈📚
🌿पोस्ट नं-01🌿
🌺हुज़ूर शैख़ुल इस्लाम सैयद मोहम्मद मदनी अशरफ़ अशरफ़ी अल जीलानी🌺
🌷सुरह फ़ातिहा🌷
♻️ज़िल्द नं.01➖पेज़ नं.65&66♻️
🌐क़ुर्आने पाक़ की सबसे पहली सुरत जिसका नुज़ुल मक्का मुअज़्ज़मा में हुवा और कहा जाता है के मदीना मुन्नवरा में भी हुवा.!
👉🏾इसमे सात (७) आयतें, सत्तावीस (२७) कलमे और एक सौ चालीस (१४०) हुरुफ़ है, जिसकी कोई आयत ना नासिख़ है ना मनसुख.!
➡️इसका पहला नाम सुरह फ़ातेहा है, की एक रिवायत में वही का सिलसिला इसी से शुरु हुवा है.!
👉🏾दूसरा नाम फ़ातेहुल क़िताब है, क्यूँकी क़ुर्आने करीम इसी से शुरु किया गया है.!
🔹ट्रान्सलेट & टाइपिंग🔹
➤ सलीम अशरफ़ी (सिरसी-कर्णाटका) मो. +919902071918
➤ रमीज़ अशरफ़ी (प्रांतिज-गुजरात) मो. +919033256991
🔅🌹मोहद्दीषे आज़म मिशन🌹🔅
🌿पोस्ट नं-01🌿
🌺हुज़ूर शैख़ुल इस्लाम सैयद मोहम्मद मदनी अशरफ़ अशरफ़ी अल जीलानी🌺
🌷सुरह फ़ातिहा🌷
♻️ज़िल्द नं.01➖पेज़ नं.65&66♻️
🌐क़ुर्आने पाक़ की सबसे पहली सुरत जिसका नुज़ुल मक्का मुअज़्ज़मा में हुवा और कहा जाता है के मदीना मुन्नवरा में भी हुवा.!
👉🏾इसमे सात (७) आयतें, सत्तावीस (२७) कलमे और एक सौ चालीस (१४०) हुरुफ़ है, जिसकी कोई आयत ना नासिख़ है ना मनसुख.!
➡️इसका पहला नाम सुरह फ़ातेहा है, की एक रिवायत में वही का सिलसिला इसी से शुरु हुवा है.!
👉🏾दूसरा नाम फ़ातेहुल क़िताब है, क्यूँकी क़ुर्आने करीम इसी से शुरु किया गया है.!
🔹ट्रान्सलेट & टाइपिंग🔹
➤ सलीम अशरफ़ी (सिरसी-कर्णाटका) मो. +919902071918
➤ रमीज़ अशरफ़ी (प्रांतिज-गुजरात) मो. +919033256991
🔅🌹मोहद्दीषे आज़म मिशन🌹🔅
No comments:
Post a Comment